tag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.comments2022-11-25T16:52:55.719+05:30सितारे आसमान केAAKASH RAJhttp://www.blogger.com/profile/16694611264692471439noreply@blogger.comBlogger54125tag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-39952946092017413422010-02-28T18:17:24.469+05:302010-02-28T18:17:24.469+05:30जब कोई बात बिगड़ जाए
जब कोई मुश्किल पड़ जाए तो
त...जब कोई बात बिगड़ जाए <br />जब कोई मुश्किल पड़ जाए तो <br />तो होठ घुमा सिटी बजा सिटी बजा के <br />बोल भैया "आल इज वेल"<br /><b>हेपी होली .</b><br />जीवन में खुशिया लाती है होली <br />दिल से दिल मिलाती है होली <br /> ♥ ♥ ♥ ♥ <br />आभार/ मगल भावनाऐ<br /><br />महावीर <br /><br /><a href="http://ombhiksu-ctup.blogspot.com/" rel="nofollow">हे! प्रभु यह तेरापन्थ</a><br /><a href="http://dada1313.blogspot.com/" rel="nofollow">मुम्बई-टाईगर</a><br /><br /><a href="http://blogchurchaa.blogspot.com/" rel="nofollow">ब्लॉग चर्चा मुन्ना भाई की</a><br /><a href="http://mahaprem.wordpress.com/" rel="nofollow">द फोटू गैलेरी</a><br /><a href="http://mahapremz.blogspot.com/" rel="nofollow">महाप्रेम</a><br /><a href="http://ctup.blog.co.in/" rel="nofollow">माई ब्लोग</a><br /><a href="http://mybloghindi.blogspot.com/" rel="nofollow">SELECTION & COLLECTION </a>MUMBAI TIGER मुम्बई टाईगरhttps://www.blogger.com/profile/12686479234497210080noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-54713023362281725122010-02-18T17:16:22.348+05:302010-02-18T17:16:22.348+05:30आदरणीय समीर जी,
नहीं हम परेशान नही हो रहे, हम तो ...आदरणीय समीर जी, <br />नहीं हम परेशान नही हो रहे, हम तो बस वोही कहने कि कोशिश कर रहे हैं जो कि एक मानव होने के दायित्व से उसके विकाश के लिए हमें जो समझ आता है, और जो गलतियाँ हो उसे आप सभी सुलझाएंगे तो उसके लिए हम सदैव आभारी रहेंगे ही .....<br /><br />धन्यवाद आपका|AAKASH RAJhttps://www.blogger.com/profile/16694611264692471439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-40902434548637792232010-02-18T09:34:46.005+05:302010-02-18T09:34:46.005+05:30सबको अपनी बात कहने का अधिकार है. आप काहे परेशान हो...सबको अपनी बात कहने का अधिकार है. आप काहे परेशान हो रहे हो भाई? आप अपना सार्थक लेखन जारी रखें.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-73019215241951379742010-02-14T14:39:53.807+05:302010-02-14T14:39:53.807+05:30पोस्ट की भावना से सहमत
बी एस पाबलापोस्ट की भावना से सहमत<br /><br /><a href="http://www.google.com/profiles/bspabla" rel="nofollow"> बी एस पाबला</a>बी एस पाबलाhttp://kalkiduniya.blogspot.com/2008/06/blog-post_12.htmlnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-37801312970952688582010-02-14T10:43:05.698+05:302010-02-14T10:43:05.698+05:30लवली जी, जब मेरी हिंदी सुधर जायेगी तब ये सभी भी ठी...लवली जी, जब मेरी हिंदी सुधर जायेगी तब ये सभी भी ठीक हो जायेंगे .........<br /><br /><br />धन्यवाद आपकाAAKASH RAJhttps://www.blogger.com/profile/16694611264692471439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-57977578674292642302010-02-14T10:25:23.817+05:302010-02-14T10:25:23.817+05:30सहमत,अच्छा आलेख है....जरा वर्तनी की ओर ध्यान दें.सहमत,अच्छा आलेख है....जरा वर्तनी की ओर ध्यान दें.L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-40140835137318778142010-01-31T04:23:01.504+05:302010-01-31T04:23:01.504+05:30अपने हाथ में अपना भविष्य है. साधु महात्मा शायद दिश...अपने हाथ में अपना भविष्य है. साधु महात्मा शायद दिशा दिखा दें, अगर आस्था है तो, अन्यथा तो कर्मों का परिणाम ही सामने आयेगा.<br /><br />अच्छा आलेख.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-21792202129554618102010-01-01T12:39:50.799+05:302010-01-01T12:39:50.799+05:30vah sachai is tarah paros kar rakhdi hai. jitni ta...vah sachai is tarah paros kar rakhdi hai. jitni tarif ki jaye kam hai.Pushpa Bajajhttps://www.blogger.com/profile/02565462218625092508noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-31242684370005990222009-12-27T13:48:53.432+05:302009-12-27T13:48:53.432+05:30अज्ञात जी,
बहुत सही कहा आपने और मैंने भी यही लिखा ...अज्ञात जी,<br />बहुत सही कहा आपने और मैंने भी यही लिखा है " मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए अपनी गलतियों का जिम्मेदार दूसरों को बनाता है और खुद को सही ठहरता है "|<br />परन्तु आपने जो लिखा है " कई बार परिवेश मनुष्य से बड़ा हो जाता है जो उससे गलतियाँ करवाता है " इसे मैं सही नहीं मानता, मेरे साथ भी ऐसा बहुतों बार हो चूका है और मैंने भी बहुत सी गलतियाँ की है अभी भी करता ही रहता हूँ परन्तु सच्चाई ये है की जब से मैंने अपनी गलती मानना शुरू किया है तब से गलतियाँ होनी कुछ कम हो गयी है|AAKASH RAJhttps://www.blogger.com/profile/16694611264692471439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-60863777367508829452009-12-27T12:11:55.960+05:302009-12-27T12:11:55.960+05:30बहुत बढिया लिखा है .. शुभकमामनाएं !!बहुत बढिया लिखा है .. शुभकमामनाएं !!संगीता पुरी https://www.blogger.com/profile/04508740964075984362noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-67029499287346071652009-12-27T12:07:25.208+05:302009-12-27T12:07:25.208+05:30मित्र लगता है आप किसी गहन उपापोह में हैं ..कई बार ...मित्र लगता है आप किसी गहन उपापोह में हैं ..कई बार परिवेश मनुष्य से बड़ा हो जाता है जो उससे गलतियाँ करवाता है ..कई बार हमारा अहम् भी इसके लिए जिम्मेवार होता है..हम खुद को अधिक कर के आंकते हैं..इच्छा पूरी न होने पर परिवेश को जिम्मेदार ठहराते हैं और खुद को सही ..उस वक्त कोई हमरे दोष बताता है हम उसी पर खीज उठते हैं .. बिना कारण जाने प्रतिक्रिया वादी हो उठते है ...जाहिर बात है जिंदगी ऐसे भी चलती ही है, पर अगर खुद और अपने परिवार से अलग आप उस समाज के लिए कुछ करना चाहते हैं जिसने आपको यह भाषा और चेतना दी है..निराशा जनक चीजों से ऊपर उठाना पहली शर्त होती है..और यह तब ही संभव है जब हम भाव रहित होकर अपना मुल्यांकन कर सकें.अज्ञातhttps://www.blogger.com/profile/07171663684322690826noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-34950654325056100202009-12-27T11:42:51.902+05:302009-12-27T11:42:51.902+05:30निर्मला जी,
ये सत्य तो है परन्तु सिर्फ उनका जो अपन...निर्मला जी,<br />ये सत्य तो है परन्तु सिर्फ उनका जो अपनी गलतियों को छुपा कर खुद को निर्दोष बताने के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं ..........................AAKASH RAJhttps://www.blogger.com/profile/16694611264692471439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-67489939319903974142009-12-27T11:40:34.976+05:302009-12-27T11:40:34.976+05:30बहुत-बहुत आभार आपका , बेहद उम्दा जानकारीं प्रदान क...बहुत-बहुत आभार आपका , बेहद उम्दा जानकारीं प्रदान की आपने ।Mithilesh dubeyhttps://www.blogger.com/profile/14946039933092627903noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-61148832581258919132009-12-27T11:25:50.634+05:302009-12-27T11:25:50.634+05:30क्या ये सच है भाई अगली बार हम नहीं रहेंगे? अरे तो...क्या ये सच है भाई अगली बार हम नहीं रहेंगे? अरे तो कमेन्ट कहाँ से आयेंगे । मगर हम दुया करते हैं कि आप 100 साल से अधिक जीओ। शुभकामनायेंनिर्मला कपिलाhttps://www.blogger.com/profile/11155122415530356473noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-66089741345103538002009-10-24T06:59:45.982+05:302009-10-24T06:59:45.982+05:30आखिर का तक ...शाश्वत प्रश्न है ..!!आखिर का तक ...शाश्वत प्रश्न है ..!!वाणी गीतhttps://www.blogger.com/profile/01846470925557893834noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-3048905762090668862009-10-19T10:25:15.384+05:302009-10-19T10:25:15.384+05:30द्विवेदी जी से सहमत ..यह अपनी ग्लानी को ढंकने के ल...द्विवेदी जी से सहमत ..यह अपनी ग्लानी को ढंकने के लिए समाज द्वारा किया जाने वाला आडम्बर है.L.Goswamihttps://www.blogger.com/profile/03365783238832526912noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-53583821140199136642009-10-19T07:37:10.558+05:302009-10-19T07:37:10.558+05:30जी बिलकुल सही कहा आपने दिनेशराय द्विवेदी जी, सब कु...जी बिलकुल सही कहा आपने दिनेशराय द्विवेदी जी, सब कुछ देखने के बाद तो अब येसा ही लगता है .....AAKASH RAJhttps://www.blogger.com/profile/16694611264692471439noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-55898964270444710602009-10-19T07:00:31.679+05:302009-10-19T07:00:31.679+05:30नारी पूजा तो नारी के अपमान को छिपाने का बहाना लगता...नारी पूजा तो नारी के अपमान को छिपाने का बहाना लगता है।दिनेशराय द्विवेदीhttps://www.blogger.com/profile/00350808140545937113noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-14875963456664660522009-10-19T06:29:34.420+05:302009-10-19T06:29:34.420+05:30सबको देवी बना कर लुटा ...........
हमारी आँखो के स...सबको देवी बना कर लुटा ........... <br />हमारी आँखो के सामने -<br />देवियाँ लुटती रही<br />और हम पूजते रहे <br />पर ये लूटने वाले कौन है<br />हम तो कुछ नही कहेंगे <br />हमारा तो आज मौन है.M VERMAhttps://www.blogger.com/profile/10122855925525653850noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-79220855799259040052009-10-19T05:49:31.049+05:302009-10-19T05:49:31.049+05:30भगवान बन कर लूटने का धंधा अभी लेटेस्ट फैशन में है ...भगवान बन कर लूटने का धंधा अभी लेटेस्ट फैशन में है भाई!!Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-28622990561288724852009-10-18T12:11:37.148+05:302009-10-18T12:11:37.148+05:30बढ़िया अभिव्यक्तिपूर्ण रचना .
दीपावली पर्व की आपको...बढ़िया अभिव्यक्तिपूर्ण रचना .<br />दीपावली पर्व की आपको और आपके परिवारजनों को हार्दिक ढेरों मंगलकामनाएँ...समयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-21387359744990755582009-10-18T11:51:38.432+05:302009-10-18T11:51:38.432+05:30दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँदीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँसमयचक्रhttps://www.blogger.com/profile/05186719974225650425noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-52247320595373159052009-10-17T18:31:21.763+05:302009-10-17T18:31:21.763+05:30सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,
दीपक अमन के च...सुख औ’ समृद्धि आपके अंगना झिलमिलाएँ,<br />दीपक अमन के चारों दिशाओं में जगमगाएँ<br />खुशियाँ आपके द्वार पर आकर खुशी मनाएँ..<br />दीपावली पर्व की आपको ढेरों मंगलकामनाएँ!<br /><br />सादर<br /><br />-समीर लाल 'समीर'Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-46952353004925012712009-10-02T05:44:20.084+05:302009-10-02T05:44:20.084+05:30विज्ञान के इतिहास पर अच्छी लेखमाला -विज्ञानं के बज...विज्ञान के इतिहास पर अच्छी लेखमाला -विज्ञानं के बजाय हर जगह विज्ञान एडिट कर दें !Arvind Mishrahttps://www.blogger.com/profile/02231261732951391013noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-2891013308220461016.post-91670966752685487382009-09-25T06:48:12.539+05:302009-09-25T06:48:12.539+05:30बढ़िया जानकारीपूर्ण आलेख. अच्छा लगा पढ्कर. इस तरह क...बढ़िया जानकारीपूर्ण आलेख. अच्छा लगा पढ्कर. इस तरह के विश्लेषण और आलेखों की आवश्यक्ता है.Udan Tashtarihttps://www.blogger.com/profile/06057252073193171933noreply@blogger.com