अभिशाप मुक्त भारत

ये था हमारा अभिशापित भारत .....


और अब बना अभिशाप मुक्त हमारा भारत .....




अब बना हमारा भारत अभिशाप मुक्त

अब बना हमारा भारत अभिशाप मुक्त ||
प्यार और शांति जैसे विचारों से
घर - घर जन मानस के प्रेम से
एक दुसरे के प्रति शिष्टाचरों से
था कभी हमारा भारत अभिशापित
आज हम सभी इन विचारों से हुए मुक्त
अब बना हमारा भारत अभिशाप मुक्त ||

जब थे हमारे भारतवाशी अभिशापित
सब अपने कामों को छोड़, दूसरों के हित करते
अच्छे - बुरे बातों से मुक्त, प्रेम निछावर करते

एक दुसरे के दिल में, बसते और बसाते

क्या बतायें वे बेचारे, कितने झेले मुसीबतें

प्रेम, शांति और शिष्टाचार से दबे - दबे रहते

जब थे हमारे भारतवाशी अभिशापित
पर
आज हम सभी इन विचारों से हुए मुक्त
अब बना हमारा भारत अभिशाप मुक्त ||


आज उनकी बातों को याद कर
मन खिन सा जाता है

जो हमसे हमेशा अभिशापित विचारों को

दिल में बसाये जीने को कहते थे

आज वो भी अभिशाप मुक्त हो

समाज सुधारन कार्य करते हैं

इनके भी क्या नये - नये नजराने मिले मुझे

सारा समाज सुधारा, बस मुझी को अभिशापित छोड़ डाला ||


आज लोग मुझसे मुंह मोड़ लेते
क्यूंकि मैं उनसे निरछल प्रेम करता हूँ
लोग मिलने से कतराते मुझसे
क्यूंकि मैं शांति की बात करता हूँ
लोग मुझे अछूत मानते
क्यूंकि मैं राम और रहीम दोनों को दिल में रखता हूँ
आज तो मैं बस सोचता ही रह गया
उनके नये - नये नजराने
सारा समाज सुधारा बस मुझी को अभिशापित छोड़ डाला ||


पर, आज सब के कार्य रंग लाये
सब ने अब अपने आप को निखारा
एक - दुसरे के प्रति सभी अभिशापित विचार त्यागा
सभी ने एक दुसरे के प्रति विद्रोह छेड़ डाला
नये विचार नफरत और अशांति का आगमन कर
हमारे भारत को अभिशाप मुक्त कर डाला ||
आज हम सभी उन विचारों से हुए मुक्त
अब बना हमारा भारत अभिशाप मुक्त ||

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